अपना कार्य सिद्ध होगा या नहीं इसका पता करने के लिए शास्त्रों में कई विधान है इसमें से एक यह भी है दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं इस मंत्र के 10,000 जब करें और फिर जब कभी जिस किसी कामना की सिद्धि होने या ना होने का ज्ञान करने की कामना हो तो रात्रि के समय शुद्ध आसन पर उत्तर की ओर बैठकर एक हजार जप करें माला को मस्तक के नीचे रखकर वही पर सो जाएं ऐसा करने से नींद ना आने पर सब कामों को सिद्ध करने वाली महाशक्ति सपन में देववाणी संस्कृत के द्वारा कुछ कहे उस कथन को तत्काल ही कागज पर अंकित कर लेना चाहिए और अपने अभीष्ट की सिद्धि सिद्धि को जान लेना चाहिए उत्तर की ओर बैठकर एक हजार जप करें माला को मस्तक के नीचे रखकर वही पर सो जाएं ऐसा करने से निद्रा आने पर सब कामों को सिद्ध करने वाली महाशक्ति सपन में देववाणी संस्कृत के द्वारा कुछ कहे उस कथन को तत्काल ही कागज पर अंकित कर लेना चाहिए और अपने अभीष्ट की सिद्धि सिद्धि को जान लेना चाहिए
महामारी नाश के लिए मंत्र
जयन्ती मड्ंग्ला काली भद्रकाली कपालिनी ।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमस्तुते।।