रोहिणी का बास विक्रम संवत 2080 में मेष संक्रांति का प्रवेश श्रवण नक्षत्र कालीन हुआ है अब एक रोहिणी का वास तट पर होगा ।
यदि विधिधिष्ण्यपतति तटस्थम्।शुभांजलि वृषि्टः धन -कण वृद्धि ः।।
अर्थात रोहिणी का बास तट पर होने से आगामी वर्ष उपयोगी एवं अच्छी वर्षा होने के योग बनते हैं फलस्वरूप धान्य,चावल, गन्ने वृक्ष घास व अन्य जड़ी बूटियों पौधों की पैदावार भी अच्छी होंगी ।
प्रजा में अन्न धन एवं अन्य सुख साधनों का प्रसाधनों की वृद्धि होगी । ‘तटे वृष्टिः सुशोभना’अनुसार भी संतोषजनक एवं पर्याप्त वर्षा होगी। संवत समय का वास रोहिणी का वास तट पर होने से संवत का बास धोबी रजत के घर होगा फलस्वरूप वर्षा विपुल एवं उत्तम अति उत्तम मात्रा में होगी ‘रजके वृष्टिरूत्तमा’ धान्य, गेहूं, चने, गन्ना ईख,मक्की, हरि सब्जियों वृक्षों का फलों का उत्पादन अच्छा होगा लोगों में सुख एवं ऐश्वर्य के साधन बढ़ेंगे हुए तालाब नदी नाले बावड़ियों , दरिया आदि जलापूर्ति रहेंगे।
विक्रम संवत 2080 का राजा बुध का फल
‘बुधस्यै राज्यों सजलं महीतलं गृहे गृहे तूर्य विवाहमंगलम।
प्रकुर्वन्ते दानदयां जनोपि स्वस्थं सुभिक्षं धनधान्य संकुलम्।।
संवत का वाहन विक्रम संवत 2080 का राजा बुध होने से वाहन गीदड़ होने से देश के विभिन्न भागों विशेषकर दक्षिण उत्तर प्रांतों में शासन परिवर्तन विग्रह एवं राजनीतिक उथल-पुथल होगी राजनीतिक स्थिरता बनी कहीं खाद्यान्न की कमी रहे एवं उनके मूल्यों में विशेष तेजी बने खंड एवं विषम वर्षा हो प्रजा में क्लिष्ट रोग एवं आर्थिक परेशानियां बढे कुछ विद्वानों द्वारा बुध होने से बाहन झुला सियार को भी मानते हैं सियार का वाहन होने से पृथ्वी पर हाहाकार मच जाता है व्यापक दुर्भिक्ष एवं बहुत स्थानों पर भयानक हुक्का थोड़ी-थोड़ी समय में टकराव एवं संघर्ष युद्ध होता रहेगा
राजा बुध का फल इस वर्ष राजा बुध होने से पृथ्वी पर वर्षा अच्छी होगी घर-घर में विवाह आदि मांगलिक कार्य उत्सव होंगे लोगों में दान दया धार्मिक कार्यों में प्रवृत्ति बढ़ेगी लोगों में स्वास्थ्य संबंधित चेतना एवं जागरूकता बढ़ेगी विशेष वर्ग के लोगों में धन-धान्य सुख साधन एवं समृद्धि बड़े व्यापारी शिल्पी लेखक तथा वैद्य डॉक्टर लोग विशेष लाभान्वित होंगे संवत का राजा बुध होने से बस में देश में ठगी छल कपट करने वाले लोगों का बोलबाला वह प्रभाव अधिक रहेगा देश में कुछ सफेदपोश अपराधियों का भंडाफोड़ भी होगा गीतकार संगीतकार अभिनेता लेखकों की गैर कानूनी एवं देश विरोधी गतिविधियों उजागर अर्थात दृष्टिगोचर होंगी शासक वर्ग द्वारा किसी विशेष वर्ग को प्रसन्न करने के लिए लोकप्रिय एवं लोलक लुभावनी घोषणाएं की जाएंगी व्यापारियों को भी विशेष सुविधाएं दी जाएंगी परंतु संतों एवं महंतो का वर्चस्व बढ़ेगा बड़े-बड़े प्रतिष्ठित लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी आयुर्वेद योग आदि चिकित्सा प्रणाली का प्रचार प्रसार अधिक होगा
संवत के मंत्री शुक्र का फल
‘बुधस्यै राज्यों सजलं महीतलं गृहे गृहे तूर्य विवाहमंगलम।
प्रकुर्वन्ते दानदयां जनोपि स्वस्थं सुभिक्षं धनधान्य संकुलम्।।
संवत के मंत्री शुक्र का फल शुक्र को मंत्री पद प्राप्त होने से इस वर्ष की कीट पतंग चूहे जंगली सूअरों एवं वन्यजीवों सांड आदि से खड़ी फसलों में हानि पहुंचे । वर्षा अधिक हो जिसे कहीं अतिवृष्टि भूस्खलन बाढ़ आदि प्राकृतिक प्रकोप से कृषि धन आदि की हानि हो नदियों का जल गांवो,बस्तियों में प्रविष्ट होने का भय होगा । यद्यपि धान्य चावल एक आदि की फसलें अच्छी होगी परंतु खाद्यान्न के बाजारों में अकारण उछाला जाएगा रुई कपास दाने चावल अलसी तेल अरंडी आदि के व्यापारी अच्छा मुनाफा कमाएंगे वात पित्त कफ तुम्हें शुगर एवं आदि गुप्त रोगों का प्रकोप बढ़ेगा ईश्वरी प्रधान एवं सौंदर्य प्रसाधनों तथा भड़काऊ फैशन बस्ती का प्रचार-प्रसार अधिक होगा
धान्येश शनि का फल
धान्येश शनि का फल अर्थात धान्येश का स्वामी शनि होने से वर्षभर उपयोगी वर्षा की कमी रहेगी जिससे शीतकालीन फसल जैसे गेहूं ,जौ,मक्खी, ज्वार ,बाजरा की आ खादी की पैदावार में कमी आएगी किसी राजनेता के आकस्मिक मृत्यु के भी संकेत है गुजरात सौराष्ट्र पंजाब और पश्चिम प्रांतों में उपद्रव तथा प्रजा प्रशासन के मध्य केले का माहौल एवं राजनीतिक संकट उत्पन्न हो
मेघेश गुरु
मेघेश गुरु होने से वर्ष में व्यापक वर्षा होने के सहयोग बनते हैं लोगों में सुख साधनो एश्वर्य- विलास एवं उपयोगी वस्तुओं का संग्रह बढ़ने लगता है रस पदार्थ जैसे कि दूध फलोदी का उत्पादन अच्छा होगा।
फलेश फलों का स्वामी गुरु का फल फलों का स्वामी गुरु होने से वनों में फल फूल बने वृक्षों की पैदावार अच्छी होगी वृक्षारोपण में बड़े पैमाने पर किए जाएंगे लकड़ी की भी अच्छी उपलब्धि रहेगी घर-घर ओ मंदिरों मठों में पूजा-पाठ धार्मिक अनुष्ठान होंगे
नीरसेश धातुओं का स्वामी सूर्य
धातुओं का स्वामी सूर्य होने से सोना ,चांदी, तांबा, पीतल, लोहा, चंदन ,माणिक्य, मोती, पुखराज, नीलम धातु के मूल्यों में वृद्धि होगी।
रस वाली फलों का स्वामी मंगल
रस वाली फलों का स्वामी मंगल मौसमी संतरा अनार अंगूर उपलब्ध में कमी होगी रसदार फल कमी रहेगी