Wednesday 12 April 2023

इस वर्ष 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लगने जा रहा है।

 

भारत में अदृश्य  दिखाई  देने वाला यह ग्रहण 

 वर्ष 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लगने जा रहा है। खग्रास सूर्यग्रहण 20 अप्रैल 2023 बृहस्पति बार 7  गतेवैशाख ये खग्रास सूर्यग्रहण वैशाख अमावस्या बृहस्पतिवार को भारतीय समय के अनुसार प्रातः 7 बज कर 5  मिनट से दोपहर 12 बजके  39 मिनट तक दिखाई देगा  यह ग्रहण भारत में दिखाई  नहीं देगा इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल नहीं माना जाएगा।न कोई परहेज़ ही भारत में माना जाएगा ।

यह ग्रहण अंटार्कटिका ऑस्ट्रेलिया न्यूज़ीलैंड दक्षिणी हिन्द महासागर इन्डोनेशिया फिलीपींस तथा दक्षिण प्रशांत महासागर में दिखाईदेगा इस ग्रहण के खग्रास आकृति ऑस्ट्रेलिया के उत्तर पश्चिम क्षेत्रों मुनियों ब्याना जावा पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में बेरूत द्वीप इंडोनेशिया मेंपापुआ प्रांत के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा । 

Sunday 2 April 2023

इस बर्ष में कैसी रहेगी वारिश फसल तथा व्यापार कैसा रहेगा राजा बुध तथा मंत्री शुक्र का फल

  



इस बर्ष में  कैसी रहेगी वारिश फल तथा व्यापार कैसा रहेगा राजा बुध तथा मंत्री शुक्र का फल


इस बार पिगंल नामक संवत्सर रहेगा।जब भी कोई बर्ष में शुभ कार्य होगा पिगल नामक संवत्सर का प्रयोग किया जाएगा इस सम्बतसर का प्रयोग होगा। इस वक्त सृष्टि के संम्वत् अनुसार 19558 85123 (१९५५९९५१२३) यह सृष्टि का बर्ष चला हुआ है सृष्टि को इतना समय हो गया है तथा विक्रम संवत 2080 चला हुआ है शक संवत 1945 (१९४५)होगा और कलियुग का समय अभी 5123(५१२३) वर्ष बीत चुका है तथा कलियुग वर्तमान 5124(५१२४) बर्ष चल रहा है। जबकि कलियुग की कुल अवधि 432000 (४३२०००) बर्ष है।कृष्ण संवत 5259(५२५९) चला है ।श्री बुद्ध संवत 2646 (२६४६)महावीर जैन संवत 2548(२५४८) और हिजरी सन 1444 (१४४४)अंग्रेजी का 2023(२०२३) खालसा का 324(३२४) सृष्टि के अनुसार सतयुग का प्रमाण 1728000(१७२८०००) बर्ष तथा त्रेता युग 1296 000 (१२९६०००)बर्ष द्वापर युग प्रमाण 864000(८६४०००) बर्ष कलयुग का प्रमाण 432000 (४३२०००)वर्ष का होता है।

पिंगल नामक नव संवत्सर का फल 

यद्यपि प्रथम शास्त्र परंपरा अनुसार संवत आरंभ में विद्यमान् संवत्सर को ही बिक्रम ही इस संबंध आरंभ से ही संवत अंत तक धार्मिक अनुष्ठान जप पाठ  प्रधान आदि संकल्प  कार्यों को आरंभ में प्रयोग किया जाता है परंतु विक्रम संवत् के अधिकांश कालखंड मार्च 24 मार्च 2023  से 20 मार्च 2024 तक मैं पिंगल संम्वत प्रभुत्व रहने से धार्मिक कर्मकाण्डी   विद्वान 24 मार्च 2023 तहत  सभी प्रकार के संकल्प है और कार्यों में पिंगल नामक संवत्सर का प्रयोग करेंगे पिंगल नामक संवत्सर में देश में गाय भैंस दुधारू पशुओं की हानि वाहनों का नाश अर्थात सरकार की नवीन नीतियों के कारण पुराने वाहन प्रयोग में ना रहे कम तथा वित्त वर्षा के कारण फसलों की हानि आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों में आशातीत वृद्धि होने से महंगाई बढ़ेगी समाज में भी आक्रोश एवं परस्पर निर्विरोध का वातावरण रहे तथा प्रमुख शासकों में देश के सामने अचानक संकट उपस्थित होने से विपक्षी पार्टियों के साथ टकराव होगा l
‘गावों वाहा विनश्यन्ति मेघाः स्वल्पजलप्रदाः।
‘पिंगले विग्रहों राज्ञामकस्मात्संकटागमः।।

 पिंगल नामक संवत्सर होने से राजाओं में परस्पर टकराव विरोध एवं प्रतिद्वंदिता और की भावना अधिक रहेगी उनके इस पर इस पर एक विरोध तथा आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों में अत्यधिक वृद्धि के कारण साधन लोग दुखी रहते हैं पृथ्वी पर वर्षा अनाथ एवं अनाज एवं फसल मध्यम रहे प्रशासक सैनिक बल के प्रभाव से दूसरे देश पर आक्रमण एवं शत्रु की भूमि एवं संसाधनों  से संबंधित समाचार मिलते रहेंगे l



रोहिणी का वास (बर्षा)

रोहिणी का बास विक्रम संवत 2080 में मेष संक्रांति का प्रवेश श्रवण नक्षत्र कालीन हुआ है अब एक रोहिणी का वास तट पर होगा ।

यदि विधिधिष्ण्यपतति तटस्थम्।शुभांजलि वृषि्टः धन -कण वृद्धि ः।।


अर्थात रोहिणी का बास तट पर होने से आगामी वर्ष उपयोगी एवं अच्छी वर्षा होने के योग बनते हैं फलस्वरूप धान्य,चावल, गन्ने वृक्ष घास व अन्य जड़ी बूटियों पौधों की पैदावार भी अच्छी होंगी ।

प्रजा में अन्न धन एवं अन्य सुख साधनों का प्रसाधनों की वृद्धि होगी । ‘तटे वृष्टिः सुशोभना’अनुसार भी संतोषजनक एवं पर्याप्त वर्षा होगी। संवत समय का वास रोहिणी का वास तट पर होने से संवत का बास धोबी रजत के घर होगा फलस्वरूप वर्षा विपुल एवं उत्तम अति उत्तम मात्रा में होगी ‘रजके वृष्टिरूत्तमा’ धान्य, गेहूं, चने, गन्ना ईख,मक्की, हरि सब्जियों वृक्षों का फलों का उत्पादन अच्छा होगा लोगों में सुख एवं ऐश्वर्य के साधन बढ़ेंगे हुए तालाब नदी नाले बावड़ियों , दरिया आदि जलापूर्ति रहेंगे।

विक्रम संवत 2080 का राजा बुध का फल


‘बुधस्यै राज्यों सजलं महीतलं गृहे गृहे तूर्य विवाहमंगलम।

प्रकुर्वन्ते दानदयां जनोपि स्वस्थं सुभिक्षं धनधान्य संकुलम्।।

संवत का वाहन विक्रम संवत 2080 का राजा बुध होने से वाहन गीदड़ होने से देश के विभिन्न भागों विशेषकर दक्षिण उत्तर प्रांतों में शासन परिवर्तन विग्रह एवं राजनीतिक उथल-पुथल होगी राजनीतिक स्थिरता बनी कहीं खाद्यान्न की कमी रहे एवं उनके मूल्यों में विशेष तेजी बने खंड एवं विषम वर्षा हो प्रजा में क्लिष्ट रोग एवं आर्थिक परेशानियां बढे कुछ विद्वानों द्वारा बुध होने से बाहन झुला सियार को भी मानते हैं सियार का वाहन होने से पृथ्वी पर हाहाकार मच जाता है व्यापक दुर्भिक्ष एवं बहुत स्थानों पर भयानक हुक्का थोड़ी-थोड़ी समय में टकराव एवं संघर्ष युद्ध होता रहेगा

 राजा बुध का फल इस वर्ष राजा बुध होने से पृथ्वी पर वर्षा अच्छी होगी घर-घर में विवाह आदि मांगलिक कार्य उत्सव होंगे लोगों में दान दया धार्मिक कार्यों में प्रवृत्ति बढ़ेगी लोगों में स्वास्थ्य संबंधित चेतना एवं जागरूकता बढ़ेगी विशेष वर्ग के लोगों में धन-धान्य सुख साधन एवं समृद्धि बड़े व्यापारी शिल्पी लेखक तथा वैद्य डॉक्टर लोग विशेष लाभान्वित होंगे संवत का राजा बुध होने से बस में देश में ठगी छल कपट करने वाले लोगों का बोलबाला वह प्रभाव अधिक रहेगा देश में कुछ सफेदपोश अपराधियों का भंडाफोड़ भी होगा गीतकार संगीतकार अभिनेता लेखकों की गैर कानूनी एवं देश विरोधी गतिविधियों उजागर अर्थात दृष्टिगोचर होंगी शासक वर्ग द्वारा किसी विशेष वर्ग को प्रसन्न करने के लिए लोकप्रिय एवं लोलक लुभावनी घोषणाएं की जाएंगी व्यापारियों को भी विशेष सुविधाएं दी जाएंगी परंतु संतों एवं महंतो का वर्चस्व बढ़ेगा बड़े-बड़े प्रतिष्ठित लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी आयुर्वेद योग आदि चिकित्सा प्रणाली का प्रचार प्रसार अधिक होगा


 संवत के मंत्री शुक्र का फल


‘बुधस्यै राज्यों सजलं महीतलं गृहे गृहे तूर्य विवाहमंगलम।

प्रकुर्वन्ते दानदयां जनोपि स्वस्थं सुभिक्षं धनधान्य संकुलम्।।

संवत के मंत्री शुक्र का फल शुक्र को मंत्री पद प्राप्त होने से इस वर्ष की कीट पतंग चूहे जंगली सूअरों एवं वन्यजीवों सांड आदि से खड़ी फसलों में हानि पहुंचे । वर्षा अधिक हो जिसे कहीं अतिवृष्टि भूस्खलन बाढ़ आदि प्राकृतिक प्रकोप से कृषि धन आदि की हानि हो नदियों का जल गांवो,बस्तियों में प्रविष्ट होने का भय होगा । यद्यपि धान्य चावल एक आदि की फसलें अच्छी होगी परंतु खाद्यान्न के बाजारों में अकारण उछाला जाएगा रुई कपास दाने चावल अलसी तेल अरंडी आदि के व्यापारी अच्छा मुनाफा कमाएंगे वात पित्त कफ तुम्हें शुगर एवं आदि गुप्त रोगों का प्रकोप बढ़ेगा ईश्वरी प्रधान एवं सौंदर्य प्रसाधनों तथा भड़काऊ फैशन बस्ती का प्रचार-प्रसार अधिक होगा

धान्येश शनि का फल

धान्येश शनि का फल अर्थात धान्येश का स्वामी शनि होने से वर्षभर उपयोगी वर्षा की कमी रहेगी जिससे शीतकालीन फसल जैसे गेहूं ,जौ,मक्खी, ज्वार ,बाजरा की आ खादी की पैदावार में कमी आएगी किसी राजनेता के आकस्मिक मृत्यु के भी संकेत है गुजरात सौराष्ट्र पंजाब और पश्चिम प्रांतों में उपद्रव तथा प्रजा प्रशासन के मध्य केले का माहौल एवं राजनीतिक संकट उत्पन्न हो

मेघेश गुरु

   मेघेश गुरु होने से वर्ष में व्यापक वर्षा होने के सहयोग बनते हैं लोगों में सुख साधनो एश्वर्य- विलास एवं उपयोगी वस्तुओं का संग्रह बढ़ने लगता है रस पदार्थ जैसे कि दूध फलोदी का उत्पादन अच्छा होगा।

 फलेश फलों का स्वामी गुरु का फल फलों का स्वामी गुरु होने से वनों में फल फूल बने वृक्षों की पैदावार अच्छी होगी वृक्षारोपण में बड़े पैमाने पर किए जाएंगे लकड़ी की भी अच्छी उपलब्धि रहेगी घर-घर ओ मंदिरों मठों में पूजा-पाठ धार्मिक अनुष्ठान होंगे

 नीरसेश धातुओं का स्वामी सूर्य

  धातुओं का स्वामी सूर्य होने से सोना ,चांदी, तांबा, पीतल, लोहा, चंदन ,माणिक्य, मोती, पुखराज, नीलम धातु के मूल्यों में वृद्धि होगी।

रस वाली फलों का स्वामी मंगल

 रस वाली फलों का स्वामी मंगल मौसमी संतरा अनार अंगूर उपलब्ध में कमी होगी रसदार फल कमी रहेगी


जाने अपने नाम राशि के मुताबिक कैसा रहेगा अप्रैल मास 2023 मास।

 



मेष राशि चू चे चो ला ली लू ले लो अ


 मंगल तृतीय भाव में होने से भूमि ज्यादा एवं वाहन आदि पर खर्च अधिक होगा तारीख 14 से सूर्य इस राशि पर संसार करने से कार्य व्यवस्था है बढ़ेगी प्रयास करने पर धन साधन बनेंगे

 

वृष राशि ई ई उ ए ओ वा वि वू वे वो

तारीख 6 से शुक्र 84 होने से कोई शुभ समाचार मिलेगा पारिवारिक सहयोग से कोई उर्जा हुआ कार्य पूर्ण होने के योग हैं भाग्य से धन प्राप्ति और मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी किसी पर अंधविश्वास ना करें तो का होने की संभावना है

मिथुन राशि का की कू घ ड छ के को ह

 मासा माशा आरंभ से ही लाभ स्थान में राहु युक्त होने से पराक्रम में वृद्धि परंतु व्यर्थ की भागदौड़ रहेगी व्यापार को बढ़ाने में मित्रों एवं सगे संबंधियों का सहयोग प्राप्त होगा तारीख 21 से बुध वक्री होने से स्वास्थ्य नरम और अति महत्वपूर्ण कार्य के लिए भागदौड़ होगी

 

कर्क राशि ही हू हे हो डा डी डू डे डो

तारीख 21 से गुरु की दृष्टि रहने से मित्र की सहायता से रुका हुआ कार्य बनेगा परिवारिक सुख में वृद्धि होगी दैनिक कार्यों में प्रगति होगी व्यापार को बढ़ाने में मित्रों और संबंधियों का सहयोग प्राप्त होगा नए लोगों से मेलजोल होगा l

 

सिंह राशि मा मी मू मे टा टी टू टे

व्यवसाय की स्थिति मध्यम रहेगी शनि शनि की दृष्टि के कारण शनि की दृष्टि के कारण गाना गम में बाधाएं उत्पन्न होगी स्त्री अथवा पति का सुख कब मिलेगा नौकरी में अफसरों से मतभेद निकट बंधु से मनमुटाव होगा 

कन्या राशि टो पा पी पू ष ण ठ पे पो

बुध अष्टम भाव में होने से अकस्मात स्वास्थ्य में विकार और बनते कार्यों में विघ्न उत्पन्न हो निकट बंधुओं से मनमुटाव रहेगा और क्लेश भी उत्पन्न हो संतान संबंधित चिंता रहेगी स्वभाव में क्रोध एवं पिछड़ापन रहेगा 

तुला राशि रा री रू रे रो ता ती तू ते

  तारीख 6 से शुक्र अष्टम भाव में जाने से शरीर में कष्ट मानसिक तनाव व स्वास्थ्य हानि के योग बनेंगे लाभ कम खर्च अधिक होगा परिवार में भाई बंधु से तनाव और अत्यधिक क्रोध से हानि होगी विभिन्न उलझनों का सामना होगा 

वृश्चिक राशि तो ना नी नू नै नो या ती यू

 आई कम और खर्च अधिक होगा किसी निकट मित्र से मतभेद उत्पन्न होंगे पुरुषार्थ और परिश्रम करने पर गुजारे लायक धन की प्राप्ति होगी अकस्मात विशिष्ट जनों से संपर्क बढ़ेगा बहन आदि पर खर्च रहेगा 


धनु राशि ये यो भा भी भू धा पा ढ भे

कार्य क्षेत्र में विशेष उतार-चढ़ाव एवं संघर्ष का सामना रहेगा भूमि सवारी आदि संबंधी परेशानी एवं खर्च में वृद्धि होगी परंतु तारीख 22 से राशि स्वामी गुरु की सब ग्रह दृष्टि रहने से अचानक धन प्राप्ति के योग बनेंगे नौकरी एवं व्यवसाय में उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे  

मकर राशि भो जा जी खी खू खे खो गा गी

 विघ्न बाधाओं के बावजूद धन लाभ व कार्यों में सफलता प्राप्त हो कारोबार में व्यवस्थाएं बढ़ेगी व्यवसाय में कुछ परिवर्तन का विचार बने यात्रा का प्रोग्राम बनेगा परिवार में संघर्ष और संतान से व्यर्थ की चिंता रहेगी 


कुंभ राशि गू गे गो सा सी सू से सो दा

 कुछ रुके हुए कार्यों में सफलता प्राप्त होगी मित्रों की सहायता से किसी कठिन कार्यों की सिद्धि होगी रुकावट ओके बावजूद पराक्रम में वृद्धि एवं आय के साधन बढ़ेंगे l व्यवसायिक व्यवस्थाएं बढ़ेगी

मीन राशि दि दु थ झ ‌‌ञ दे दो चा ची

 विघ्न बाधाओं के बावजूद प्रयोजन सिद्ध में कोई रुकावट नहीं आएगी लाभ के मार्ग प्रशस्त होंगे कुछ अप्रत्याशित सफलताएं प्राप्त होगी अकस्मात धन लाभ बंधु मिला स्त्री सुख आदि शुभ समाचार मिलेंगे 




जाने आपके नाम राशि के मुताबिक मई मास 2024 कैसा रहेगा

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