Thursday, 8 April 2021

चैत्र नवरात्रि कब से प्रारंभ कब तक

 



 इस बार 13 अप्रैल 2021 एक गते बैसाख मंगलवार से नवरात्रि शुरू हो रहे है। प्रतिपदा को शुभ मुहूर्त में संवत्सर पूजन घट स्थापन ताम्र या मिट्टी के पात्र में जो गेहूं आदि के बीज बोना ओंकार सहित श्री गणेश विष्णु शिव दुर्गा आदि पंचदेव देवों की पूजा अर्चना करनी चाहिए

 प्रतिपदा 13 अप्रैल 2021 चैत्र  नवरात्रि आरंभ हो रहे हैं इस दिन श्री दुर्गा माता के सम्मुख अखंड दीप प्रज्वलित करके श्री दुर्गा पूजन कलश स्थापन प्रमुख देवी देवताओं का आवाहन पूजन आदि के बाद श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ आरंभ करना चाहिए।13 अप्रैल मंगलवार को  कलश की स्थापना करनी चाहिए ।

देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता । 

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: । ।

नवरात्रि  एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है नौ  रातें || नवरात्रि के नौ रातों में तीन देवियों -महालक्ष्मी माँ सरस्वती और माँ दुर्गा के नौ  स्वरूपों की पूजा की जाती है ||
            शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी ,चन्द्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता ,कात्यायनी  कालरात्रि, महागौरी ,सिद्धिदात्री ॥

 इस दिन स्नान ध्यान आदि के बाद शुद्ध पात्र में रेत मिट्टी डालकर मंगल पूर्वक जो गेहूं सप्तधान्य के बीज वपन करने चाहिए तथा श्री दुर्गा जी की मूर्ति के सम्मुख अखंड दीप प्रज्वलन एवं मंत्र उच्चारण सहित घट स्थापन करना चाहिए फिर षोडशोपचार पूजन सहित श्री दुर्गा पूजन करके संकल्प पूर्वक प्रतिपदा से नवमी तिथि तक देवी के सम्मुख दीप जलाकर श्री दुर्गा सप्तशती का नियमित रूप से पाठ करना चाहिए प्रतिपदा के दिन  ॥       

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