Tuesday, 19 September 2023

जाने अपने नाम राशि के मुताबिक कैसा रहेगा अक्तूबर मास 2023 मास।




  मेष राशि चू चे चो ला ली लू ले लो

मंगल की सप्तम  गुरू की  दृष्टि से हालत में सुधार होगा बिगड़े काम बनेंगे तथा धन प्राप्ति के कुछ साधन बनेगे । पारिवारिक बातावरण  अनुकूल सुख प्रदान करेगा दूरस्थ स्थल की यात्रा भी होगी ।


वृष राशि      वा वि वू वे वो


एक अक्टूबर से शुक्र चतुर्थ स्थान में संचार  करने से गत समय में किए गए प्रयासों का प्रतिफल प्राप्ति के योग हैं आय से अधिक  विपरीत ख़र्च बहुत होंगे 


मिथुन राशि का की कू    के को 

मास आरंभ से ही बुध उच्च होने से अकस्मात धन लाभ होगा | भाई बंधुओं के संयोग से ही कुछ भी बिगड़े कार्य  में सुधारहोगा  तारीख़ 18 से अकस्मात किसी कार्य में विलंब से क्रोध एवं उत्तेजना बढ़ेगी 


कर्क राशि ही हू हे हो डा डी डू डे डो


किसी महत्वपूर्ण कार्यों में दिनों के पश्चात् सफलता प्राप्त होगी आकस्मिक ख़र्च बढ़ेंगे निकटस्थ बंधु से ही धोखा मिलने के संकेत है सावधानी बरते  घरेलू उलझनों के कारण विलंब या विघ्न उत्पन्न होगे। 

सिंह राशि मा मी मू मे टा टी टू टे

किसी महत्वपूर्ण कार्यों में विघ्नों के पश्चात सफलता प्राप्त होगी । शुभ समाचारों का आदान प्रदान होगा तारीख़ से व्यवसाय में अत्यधिक संघर्ष के बाद निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगी परिवार में व्यर्थ का तनाव और ख़र्च की अअधिकता रहेगी ।


कन्या राशि टो पा पी पू    पे पो

मास आरंभ से ही धन लाभ उन्नति के पर्याप्त अवसर मिलते रहेंगे परंतु केतु के कारण समुचित लाभ नहीं उठा पाएंगे क्योंको परिवार में सुखद बात वातावरण  बनाए रखने के लिए प्रयत्नशील रहना होगा ।

  


तुला राशि रा री रू रे रो ता ती तू ते

 किसी सुखद प्रसंग की संभावना है नौकरी या व्यवसाय में प्रतिष्ठित व्यक्तियों के संपर्क साधनों से उन्नति के अवसर मिलेंगे व्यावसायिक व्यवस्थाएं बढ़ेगी धार्मिक कार्यों में रुचि बनेंगी महालक्ष्मी अष्ट स्रोत का पाठ करना शुभ रहेगा।


वृश्चिक राशि तो ना नी नू नै नो या ती यू


मंगल केतु के युवक से अधिकांश समय भक्त कामों में व्यतीत होगा । पेट  में भी कभी और आँखों में कष्ट का  बनता रहेगा । तारीख़ 17 से परिवार में आवश्यक खर्चों में वृद्धि होगी क्रोध  उत्तेजना रहेगी ।


धनु राशि ये यो भा भी भू धा पा  भे


कार्यक्षेत्र में व्यवस्थाएं बनी रहेगी रुका हुआ धन मिलेगा धर्म कर्म में विशेष प्रवृत्ति परिवार संबंधी सुखों में वृद्धि अकस्मात धन प्राप्ति के योग हैं । उत्तरार्ध में किसी निकट बंधु के साथ तकरार का भय बना रहेगा । कार्तिक माहात्म्य कापाठ करना शुभ रहेगा 


मकर राशि भो जा जी खी खू खे खो गा गी


आध्यात्मिक कार्यों में रुचि रहेगी घर में धार्मिक कार्य होंगे।  आकस्मिक कार्यसिद्धि से सभी आश्चर्य चकित होंगे समाज में मान सम्मान बढ़ेगा व्यवसाय नौकरी में उन्नति के साधन बनेंगे।


कुंभ राशि गू गे गो सा सी सू से सो दा


आशाओं में सफलता और राज पक्ष की ओर से मान सम्मान में वृद्धि हुई है उन्होंने व्यापार और नौकरी में मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा । सुख साधनों एवं बिलासता अधिकारियों पर धन का व्यय  होगा 



मीन राशि दि दु   ‌‌ दे दो चा ची


शनि साढ़ेसाती के कारण आशा के विपरीत ख़र्च अधिक रहेगा स्वास्थ्य में गड़बड़ तनाव वहाँ घरेलू उलझन नहीं बढ़ेगी । नई  योजनाएं बनाने में समय भी व्यतीत होगा नौकरी में अफ़सरों से व्यर्थ का तनाव रहेगा। 

Monday, 21 August 2023

जाने कब रक्षाबन्धन कब बांधे राखी




भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष महत्व हैजिनमें रिश्तों की मजबूती और परिवार के   महत्व का प्रतीक होते हैं एक ऐसा ही प्रमुख त्योहार है “रक्षा बंधन” जिसमें भाई बहन के आपसी    प्यार और सम्मान का प्रतीकात्मक बंधन होता है।


          रक्षा बन्धन कब बांधे और समय:

इस वर्षरक्षा बंधन की पुर्णिमा तिथि 18 रात 19 अगस्त 2024 को प्रात: 3बजकर 05 मिनट बजे से प्रारंभ होकर 19 अगस्त 2024  के रात्री 11:56 बजे तक चलेगी। यह पवित्र त्योहार “भद्रा” तिथि में पड़ता हैजो प्रातः 19 अगस्त को भद्रा प्रातः 3:05 से आरंभ हो जाएगी और दोपहर 01: 33 मिनट तक रहेगी।  मकर राशि में जब चंद्रमा होते हैं तो उपरोक्त शास्त्रीय वचन के अनुसार भद्रा का निवास पाताल में होता है  स्वर्ग औरपाताल में जब भद्रा होती है तो पृथ्वी पर उसका कोई प्रभाव नहीं होता है। इसलिए पूरे दिन  रक्षाबंधन मनाया जाएगा।  


 अधिकांश विद्वान भद्रा रहित मुहूर्त को ही रक्षा बंधन के लिए श्रेष्ठ मानते है।अतः शंका न् करे।भद्रा दिन  में 1:33 परसमाप्त होगी।

अतः सबसे शुभ समय जिसमें चरशुभ,अमृत वेला युक्त मुहूर्त होगा 1:46 से शाम 7:00बजे तक रहेगा।

कुछ आवशयक परिस्तिथि  में 19 अगस्त में  प्रात: 9 बजकर 51से 10:54 तक बांध सकते है  यह ही शास्त्र समत है 


                         पुजन कैसे करे ?

पहले रखी को भगवान के चरणों में  अर्पण करे । फिर बहन अपने भाई की पूजा करती हैं और उसकी मुख्यता के साथ उसके खुशियों की कामना करती हैं। यह पूजन बहन की ओर से भाई के लिए प्रेम और सम्मान की भावना को दर्शाने का एक तरीका होता है। इसपूजन में बहन भाई की कलाई पर रोलीचावल और तिलक डालती हैं और फिर उसे बंधती हैं। इसके साथ हीवे उसेआशीर्वाद देती हैं कि उसका भविष्य सुरक्षित और समृद्धि से भरपूर हो। यह पूजन उनके आपसी रिश्ते कीमहत्वपूर्णीयता को दिखाता है और एक-दूसरे के प्रति प्यार और सम्मान का प्रतीक बनता है।


                      रक्षा का अर्थ:

रक्षा” शब्द का अर्थ होता है सुरक्षा और रक्षाबंधन का यह मतलब होता है कि भाई अपनी बहन की सुरक्षा का प्रतिज्ञा करता है और बहन भाई के साथ हमेशा खड़ी रहने का वचन देती है। यह एक ऐसा पवित्र बंधन होता है जिसमें प्यारसम्मानऔर सहानुभूति की भावना समाहित होती है।


         त्योहार का महत्व:

रक्षा बंधन के इस पवित्र त्योहार के दौरानभाई-बहन एक-दूसरे के साथ विशेष समय बिताते हैं। भाई बहन के बीचप्यार और सम्मान की भावना को मजबूती से दिखाता है जब बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा बंधती है। यह बंधनउनके आपसी रिश्ते को और भी गहरा और मजबूत बनाता है।


                उपहार और आदतें:

रक्षा बंधन के इस खास मौके परभाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं। यह उपहार प्यार और सम्मान की भावना कोदर्शाते हैं और उनके आपसी बंधन को मजबूती देते हैं।

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