सितंम्बर 2022
मेष राशि चू चे चो ला ली लू ले लो अ
सितंम्बर 2022
राहु के कारण अत्यधिक दौड़ धूप के बावजूद आय में कमी एवं खर्च अधिक होंगे कार्य व्यवसाय में उलझने एवं रुकावटें पैदा होगी। पारिवारिक वातावरण विक्षुब्ध दांपत्य जीवन में भी तनाव भरा माहौल रहेगा।
वृष राशि ई ई उ ए ओ वा वि वू वे वो
सितंम्बर 2022
तारीख 24 तक चतुर्थ शुक्र पर मंगल की दृष्टि होने से माता का स्वास्थ्य ढीला मानसिक तनाव एवं वाहन आदि पर धन खर्च होगा। आकस्मिक खर्चों में वृद्धि एवं गुप्त शत्रु सर गरम रहेंगे मांस के अंत में शुक्र नीचस्थ होने से पारिवारिक अशांति बढ़ेगी।
मिथुन राशि का की कू घ ड छ के को ह
सितंम्बर2022
बुध स्वराशीगत परंतु तारीख 10से से वक्री अवस्था में रहेगा गुरु की भी वक्र दृष्टि रहने से अत्यंत कठिनाइयों के बाद ही निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे । यद्यपि पराक्रम में वृद्धि धर्म स्थान की यात्रा एवं परिवार में खुशी के अवसर भी मिलेंगे।
कर्क राशि ही हू हे हो डा डी डू डे डो
भाग्येश गुरु की इस राशि पर दृष्टि होने से भाग्यवश कुछ सोची योजनाओं में सफलता, धर्म-कर्म के कार्यों में रुचि बढ़ेगी। परंतु साथ ही शनि की भी शत्रु दृष्टि होने से घरेलू तथा आर्थिक क्षेत्र में संघर्षपूर्ण परिस्थितियां रहेगी।
सिंह राशि मा मी मू मे टा टी टू टे
सितंबर 2022
सितंबर 16 तक लग्नस्थ सूर्य शुक्र पर मंगल की दृष्टि होने से कुछ बिगड़े कामों में सुधार एवं आय के साधनों में वृद्धि होगी किसी नवीन कार्य क्षेत्र में धन का निवेश करने की योजना भी बनेगी आय के साधनों में वृद्धि के साथ-साथ खर्च अधिक होगा। परंतु बृथा भागदौड़ क्रोध की अधिकता रहेगी।
कन्या राशि टो पा पी पू ष ण ठ पे पो
सितम्बर - बुध लग्नस्थ होने से बिगड़े कार्यों में सुधार , धन - लाभ व प्रगति के मार्ग प्रशस्त होंगे । उत्तरार्द्ध में सूर्य - शुक्र का संचार भी होने से मिश्रित फल मिलेगें । अत्यधिक परिश्रम करने पर भी मनोऽनुकूल लाभ में कुछ कमी रहेगी । निकट बन्धुओं से कुछ तनाव की स्थिति रहेगी ।
तुला राशि रा री रू रे रो ता ती तू ते
सितम्बर - मासारम्भ में कुछ बिगड़े कार्य बनेंगे । धन लाभ के अवसर मिलेंगे । मान - सम्मान में वृद्धि होगी । परन्तु ता . 24 से शुक्र नीचस्थ होने से आय कम व खर्च अधिक रहेंगे । स्वास्थ्य भी ठीक न रहे । शनि - ढैय्या के कारण मन अशान्त एवं असन्तुष्ट रहेगा ।
वृश्चिक राशि तो ना नी नू नै नो या ती यू
सितंबर 2022
परिस्थितियां धीरे - धीरे अनुकूल होंगी । पराक्रम और पुरुषार्थ से कुछ बिगड़े होने क कार्यों में सुधार होगा । गुरु पंचमस्थ रहने से धर्म - कर्म में अभिरुचि , सन्तान सम्बन्धी सुख तथा सोची योजनाओं में कामयाबी मिलेगी ।
धनु राशि ये यो भा भी भू धा पा ढ भे
सितम्बर - मंगल की दृष्टि इस राशि पर तथा शनि - साढ़ेसाती होने से मानसिक तनाव , घरेलू उलझनें , खर्च अधिक और अत्यधिक संघर्ष के बाद भी धन लाभ अल्प रहेगा । उत्तरार्द्ध भाग में रूके हुए कार्यों में प्रगति एवं सुधार होगा। आय के साधन भी बनते रहेगें।
मकर राशि भो जा जी खी खू खे खो गा गी
राशिस्वामी शनि वक्री होने से नए - नए लोगों से सम्पर्क बढ़ेंगे , परन्तु अनावश्यक दौड़धूप एवं आकस्मिक धन का अपव्यय अधिक होगा । परिवार में मतभेद भी धूप रहे , क्रोध अधिक , स्वभाव में तेजी एवं उत्तेजना , स्वास्थ्य कष्ट के योग हैं।
कुंभ राशि गू गे गो सा सी सू से सो दा
ता . 16 तक सूर्य की दृष्टि रहने से क्रोध अधिक , बनते कामों में विघ्न , आय प्राप्ति ह से खर्च अधिक होगा । घरेलु उलझनों के कारण तथा आर्थिक परेशानियों से मन चिन्तित परेशानी रहेगा । परन्तु शनि स्वराशिगत होने से निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे ।
सितम्बर - गुरु लग्नस्थ परन्तु वक्री होने से भाई - बन्धुओं से मेल - जोल परन्तु सर्विस / स्वास्थ्य व्यापार में अनेक उतार - चढ़ाव का सामना रहे । शनि की दृष्टि के कारण स्वास्थ्य परेशानी , उदर - विकार और वृथा वाद - विवाद में परेशानी रहे ।
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