जाने कैसा रहेगा आप की राशी के मुताबिक जुलाई मास 2025 का भविष्य
मेष राशि (Aries) — (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
- मासांत में मंगल पंचम भाव में; मंगल-शनि समसप्तक।
- नये विचार व योजनाएँ, पर असमंजस से लाभ में विलम्ब।
- 28 जुलाई के बाद बिगड़े कार्य सुधरेंगे।
- फिर भी मंगल-शनि दृष्टि से ख़र्च अधिक।
वृष राशि (Taurus) — (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
- शुक्र स्वराशिगत रहने से प्रारम्भ किये कार्यों में कुछ सफलता, धन-लाभ व उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे।
- पर शनि-दृष्टि से दुर्घटना या चोट की आशंका; ता. 26 तक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखें।
मिथुन राशि (Gemini) — (क, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, ह)
- शुक्र इस भाव में स्थित होने से मनोरंजन एवं विलासात्मक कार्यों पर धन का खर्च ज़्यादा।
- परिवार में असमंजस रहेगा, परन्तु बने कार्यों में विघ्न-बाधाएँ, स्वास्थ्य कुछ ढुलमुल।
- प्रेम-सम्बन्ध यथावत।
- ता. 18 से शुभ ग्रह अस्त होने से शुक्र-वक्र के कार्यों में परेशानी-योग है।
कर्क राशि (Cancer) — (हि, हु, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
- परिस्थितियों में कुछ सुधार तथा किसी नवीन कार्य पर खर्च या योजना प्रारम्भ हो सकती है।
- ता. 16 से शत्रु-दृष्टि रहने से खर्च व आर्थिक परेशानियाँ बनेंगी।
- मानसिक तनाव से बचें, स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
सिंह राशि (Leo) — (म, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
- मासारम्भ में ग्रह अनुकूल; कार्य-व्यस्तताएँ रहेंगी।
- प्रतिष्ठित कार्यों में प्रगति से मन उत्साहित रहेगा।
- किन्तु स्वास्थ्य ढीला हो सकता है।
- प्रियजनों से विवाद से बचें, संयम रखें।
कन्या राशि (Virgo) — (टो, पा, पी, पू, ण, ठ, पे, पो)
- बुध चतुर्थ भाव में होने से नौकरी में पदोन्नति कुछ रुकावटों के बाद सम्भव।
- व्यवसाय में आय कम; किये प्रयत्न सफल होंगे।
- श्रेष्ठ व्यक्तियों से सम्पर्क लाभप्रद।
तुला राशि (Libra) — (रा, री, रू, रे, रो, ता, ति, तु, ते)
- मासारम्भ से शुक्र अष्टमस्थ रहने से व्यवसाय में आंशिक लाभ एवं विलासिता हेतु व्यय अधिक।
- मानसिक तनाव, स्वास्थ्य-हानि एवं ऋण-चिन्ता रहेगी।
- घरेलू उलझनें बढ़ेंगी।
- उपाय—ता. 16 से ‘श्रीराम महातन्त्र’ का पाठ करें।
वृश्चिक राशि (Scorpio) — (तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
- मंगल अस्त-स्थ होने के कारण लाभ व बिगड़े कामों में सुधार रहेगा।
- पारिवारिक वातावरण में कुछ कटुताएँ कम होंगी, परन्तु लोगों के सहयोग से विशेष उन्नति हुए कार्य पूर्ण होंगे।
- व्यवसाय में उन्नति के अवसर मिलेंगे, परन्तु स्वास्थ्य कटु रहेगा।
धनु राशि (Sagittarius) — (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फ, ढे)
- गुरु एवं शनि की दृष्टियाँ होने से शुभ-अशुभ (मिश्रित) प्रभाव रहेंगे।
- पूर्ववर्ती बन्धुओं से धन-लाभ तथा सुख-साधनों में वृद्धि होगी, धर्म-कर्म में रुचि भी रहेगी।
- परन्तु असमंजस और झंझट के कारण गृहस्थ उलझनें व परेशानियाँ होंगी।
मकर राशि (Capricorn) — (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
- मानसिकता से ही स्थिति शिथिल रहेगी। मृत्यु तुल्य कष्ट की संभावना रहेगी
- ता. 16 से मातापक्ष की दृष्टि तथा स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखें।
- अनावश्यक खर्च व धन-लाभ में विघ्न की सम्भावना होगी।
- आम बुद्धि के साथ-साथ कई नई सम्भावनाएँ भी बनेंगी।
कुम्भ राशि (Aquarius) — (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सौ, दा)
- निकट सहयोगियों से कपटपूर्ण धोखा मिले।
- शुभ कार्यों में प्रवृत्ति रहेगी, परन्तु क्रोध व उत्तेजना का भय तथा वाद-विवाद-झगड़े के संकेत हैं।
- धन सम्बन्धी विशेष चिन्ता रहेगी; लक्ष्मी-श्रीसूक्त का पाठ लाभदायक।
मीन राशि (Pisces) — (दि, दु, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
- गुरु की दृष्टि के कारण धार्मिक एवं शुभ योग, पर खर्च अधिक रहेगा।
- मास के प्रारम्भ में तेजी एवं व्यर्थ की दौड़-धूप अधिक रहेगी।
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