अक्तूबर 2022
मेष राशि चू चे चो ला ली लू ले लो अ
अक्तूबर 2022
. संघर्षपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद धन - लाभ सामान्य रहे , भागदौड़ व परिश्रम अधिक रहेगा । परन्तु 16 से मंगल तृतीयस्थ तथा सूर्य की भी उच्च दृष्टि होने से बन्धुओं संघर्ष के बावजूद धन लाभ के साधन बनते रहेंगे । कार्यों - आशाओं में सफलता तथा किसी में विकार नवीन कार्य की योजना भी बनेगी ।
वृष राशि ई ई उ ए ओ वा वि वू वे वो
- ता . 17 तक शुक्र सूर्य - बुध युक्त कन्या राशि में संचार करने से सन्तान सम्बन्धी विभिन्न परेशानियों का सामना रहेगा । घरेलु हालात चिन्ताजनक रहेंगे । किसी दुष्ट व्यक्ति द्वारा धन की हानि अथवा धोखे की सम्भावना बनी रहेगी । ता . 18 से विशेष परिश्रम दृषि एवं संघर्ष के पश्चात् निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे ।
मिथुन राशि का की कू घ ड छ के को ह
- राशिस्वामी बुध एवं गुरु के मध्य समसप्तक दृष्टि सम्बन्ध रहने से अधिकतर समय व्यापार ( क्रय - विक्रय ) के कार्यों में लोगों से मेल - मिलाप होगा । ता . 16 से मंगल का संचार इस राशि पर रहने से उत्तेजना , क्रोध से बचें ।
कर्क राशि ही हू हे हो डा डी डू डे डो
सिंह राशि मा मी मू मे टा टी टू टे
अक्तूबर 2022
ता . 15 तक मंगल की दृष्टि रहने से भाग्यवश धार्मिक कार्यों एवं सामाजिक क्षेत्रों में रुझान बढ़ेगा । मान - सम्मान में वृद्धि , धन - लाभ एवं आय के स्रोतों में वृद्धि होगी । ता . 17 से शत्रु हानि पहुँचाने का प्रयास करेंगे । परिवार में अकारण ही विरोधाभास और तनाव होगा ।
कन्या राशि टो पा पी पू ष ण ठ पे पो
बुध स्वराशिगत ही सूर्य - शुक्र युक्त होने से शुभ कार्यों पर खर्च , धन - लाभ और और उन्नति के अवसर मिलेंगे । कुछ बिगड़े कामों में सुधार एवं मान - प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी । पारिवारिक माहौल पहले से बेहतर होगा ।
तुला राशि रा री रू रे रो ता ती तू ते
शनि - ढैय्या तथा शुक्र 12 वें होने से बनते कार्यों में विघ्न उत्पन्न होंगे । स्थ आशाओं के अनुरूप सफलता प्राप्त नहीं होगी । मन उदासीन रहेगा । ता . 17 से कुछ विवादास्पद मामले मानसिक तनाव का कारण बनेंगे । क्रोध अधिक एवं किसी निकट शेष सम्बन्धी से तकरार होगी । ता . 18 से शुक्र स्वराशि में होने से गुज़ारेलायक आय होती रहेगी ।
वृश्चिक राशि तो ना नी नू नै नो या ती यू
शनि - ढैय्या तथा शुक्र 12 वें होने से बनते कार्यों में विघ्न उत्पन्न होंगे । स्थ आशाओं के अनुरूप सफलता प्राप्त नहीं होगी । मन उदासीन रहेगा । ता . 17 से कुछ विवादास्पद मामले मानसिक तनाव का कारण बनेंगे । क्रोध अधिक एवं किसी निकट विशेष सम्बन्धी से तकरार होगी । ता . 18 से शुक्र स्वराशि में होने से गुज़ारेलायक आय होती रहेगी ।
धनु राशि ये यो भा भी भू धा पा ढ भे
मासारम्भ में स्वास्थ्य - कष्ट और पारिवारिक चिन्ता रहेगी । प्रयास करने पर बन्धुओ किसी रुके हुए कार्य में प्रगति होगी । खर्च की अधिकता और मानसिक तनाव रहेगा । कष्ट परिवार में भी व्यर्थ का तनाव रहेगा । अकस्मात् यात्रा होगी । ।
मकर राशि भो जा जी खी खू खे खो गा गी
भूमि - वाहनादि सुख - साधनों में वृद्धि होगी । आय के स्त्रोतों में वृद्धि , देश 15 विदेश की यात्राएं तथा गृह में कोई मंगल कार्य भी होगा । ता . 17 से दशमस्थ नीचस्थ क पर शनि की उच्च परन्तु शत्रु दृष्टि रहने से कोई बना हुआ कार्य बिगड़ सकता है ।
कुंभ राशि गू गे गो सा सी सू से सो दा
- व्यवसाय में अनिश्चितता बनी रहेगी । आय से व्यय अधिक होगा । स्वास्थ्य में विकार उत्पन्न हो । प्रयास करने पर धन लाभ के अवसर पहले से बेहतर होंगे । ता . 17 से भाग्यस्थ ( नीचस्थ ) सूर्य - शुक्र - केतु पर शनि की विशेष उच्च दृष्टि होने से व्यवसाय में अनेक उतार - चढ़ाव एवं उथल - पुथल के आसार बनेंगे ।
- पूर्वार्द्ध में व्यवसाय की स्थिति मध्यम रहे । मित्रों की सहायता से किसी कठिन कार्य में सिद्धि होगी । निर्वाह योग्य धन प्राप्ति के साधन बनते रहेंगे । परन्तु मासान्त में परिवार में धर्म - कर्म के कार्यों पर खर्च अधिक होगा । खुशी के अवसर भी मिलेंगे ।
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