यहाँ अक्टूबर के लिए विभिन्न राशियों के फलादेश दिए गए हैं:
जाने कैसा रहेगा आप की नाम राशी के मुताबिक अक्टुबर मास 2025 का भविष्य
1. *मेष राशि* (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ) - नवीन परिस्थितियों के बावजूद धन-लाभ सामान्य रहे, भागदौड़ व परिश्रम अधिक रहेगा। वर्तमान परिस्थितियों में अचानक परिवर्तन आ सकता है। भूमि-वाहनों के क्रय-विक्रय द्वारा उत्पन्न आकस्मिक क्रोध, उत्तेजना एवं व्यर्थ की भागदौड़ लगी रहेगी।
2. *वृष राशि* (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो) - ता. 9 को शुक्र पंचमस्थ नीचराशिगत होने पर मानसिक तनाव व शिक्षा-सम्बन्धी अड़चनें। कुछ आर्थिक परेशानियाँ व निकट-बन्धुओं से तकरार रहेंगी; पूर्व प्रयासों का लाभ कुछ दिन बाद मिलेगा।
3. *मिथुन राशि* (क, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, ह) - ता. 8 से शुभ द्वितीय-भाव में मंगल के साथ संचार करने से निष्ठित प्रभाव होगा। शुभ-ग्रह का ह्रास; आय के साधन बने रहेंगे। सन्तान व उनके करियर-सम्बन्धी चिन्ता रहेगी।
4. *कर्क राशि* (हि, हु, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो) - ता. 17 से गुरु-ग्रह की वृद्धि-दृष्टि से धन-लाभ व शुभ समाचार। परिवार-सुख व शिक्षा-क्षेत्र में प्रगति, पर अनावश्यक खर्च से बचें।
5. *सिंह राशि* (म, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे) - कुछ सोची योजनाओं में आंशिक सफलता मिले, धन-लाभ सामान्य रहे। घर-परिवार में शुभ मंगल कार्य भी होंगे। ता. 17 से वृथा भ्रमण एवं खर्च बढ़ेगा। वाहनादि का ऋण-विक्रय भी होगा।
6. *कन्या राशि* (टो, पा, पी, पू, ण, ठ, पे, पो) - अक्टूबर में कोई विशेष उल्लेख नहीं है।
7. *तुला राशि* (रा, री, रू, रे, रो, ता, ति, तु, ते) - नौकरी में रुकावट तथा व्यवसाय में खर्च बने रहने से स्वास्थ्य-सम्बन्धी परेशानियाँ। ता. 9 को शुक्र इन्द्रासन (तीन) एवं अन्य ग्रहों के योग से धन-लाभ के संकेत, परन्तु मानसिक तनाव रहेगा।
8. *वृश्चिक राशि* (तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू) - इस माह बुध इस राशि में संचार तथा गुरु की दृष्टि के प्रभाववश धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। बिगड़े कार्य बनेंगे। निविघ्न आय के साधन बने रहेंगे। मान-सम्मान, प्रतिष्ठा, स्वारी और सुख के साधन में वृद्धि होगी।
9. *धनु राशि* (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फ, ढे) - ढैया के कारण तनाव, पारिवारिक उलझन व बन्धुओं से मनभेद। आर्थिक उचाटता व उदासीनता रहेगी। ता. 8 के बाद वाहन-सुख, वस्त्र-सुख व स्वास्थ्य में कुछ सुधार।
10. *मकर राशि* (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी) - आशाओं से सफलता; ऐश्वर्य व मान-सम्मान में वृद्धि होगी। सौन्दर्य व रुचि के काम लाभ देंगे। पर गुरु नीच दृष्टि से आलस्य और आत्मसन्तोष बढ़ाकर हानि भी देगा। खर्च में वृद्धि, चोट-चपेट अथवा मानसिक परेशानी के योग।
11. *कुम्भ राशि* (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सौ, दा) - धन-लाभ सम्भावना बढ़ेगी। स्वास्थ्य सम्बन्धी चिन्ता रहेगी तथा आँखों से मन परेशान होगा। ता. 18 से शुभ ग्रह शनि-स[…] के कारण नये कार्यों की योजना में परिवर्तन का विचार बढ़ेगा।
12. *मीन राशि* (दि, दु, थ, झ, ञ, दे, दो
No comments:
Post a Comment