दिसम्बर 2022
मेष राशि चू चे चो ला ली लू ले लो अ
दिसम्बर 2022
. दिसम्बर - मंगल वक्री होने से पारिवारिक / घरेलू उलझनें बढ़ेंगी । कुछ सोची हुई योजनाओं में विघ्न - बाधाओं का सामना रहेगा । अवांछित स्थान - परिवर्तन एवं अज्ञात - भय बना रहेगा । ट रहेगी । मन अशान्त एवं असन्तुष्ट रहेगा
वृष राशि ई ई उ ए ओ वा वि वू वे वो
मासारम्भ में शुक्र की स्वगृही दृष्टि से बिगड़े हुए कार्यों में सुधार होगा । सन्तान सुख में वृद्धि तथा सुख - साधनों पर खर्च होगा । परन्तु ता . 5 से शुक्र अष्टमस्थ होने से स्वास्थ्य परेशानी , गुप्तरोग , शरीर कष्ट एवं पेट सम्बन्धी विकार के कारण परेशानी बनी रहेगी ।
मिथुन राशि का की कू घ ड छ के को ह
इस राशि पर बुध की स्वगृही दृष्टि रहने से यद्यपि उन्नति के अवसर मिलेंगे विशेष अधिक लाभ नहीं होगा । व्यवसाय में अनेक उतार - चढ़ाव व अल्प परेशानियों के रहते निर्वाह योग्य आय होगी ।
कर्क राशि ही हू हे हो डा डी डू डे डो
दिसम्बर - पंचम भाव पर गुरु की सूर्य पर दृष्टि होने से सन्तान सम्बन्धी किसी विशेष कार्य में सफलता के योग बनेंगे । पिता - पुत्र में मतभेद एवं सरकारी क्षेत्रों में विघ्न तथा धन का खर्च अधिक होगा ।
सिंह राशि मा मी मू मे टा टी टू टे
मंगल की वक्र चतुर्थ दृष्टि तथा सूर्य पर भी दृष्टि होने से गुप्त चिन्ता , गुप्त रोग तता दुर्घटना में चोटादि का भय रहेगा । मानसिके तनाव व उलझनों के बावजूद धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे । सन्तान सम्बन्धी चिन्ता , वृथा दौड़धूप रहेगी ।
कन्या राशि टो पा पी पू ष ण ठ पे पो
- बुध चतुर्थस्थ रहने से लाभ कम और परिश्रम अधिक रहेगा । किसी विशेष व्यक्ति के सहयोग से भूमि सम्बन्धी कार्यों में कुछ प्रगति होगी । सांझेदारी के कार्यों में प्रतिष्ठा बढ़ेगी , परन्तु विशेष लाभ नहीं होगा । तॉ . 28 से बुध पंचमस्थ आने से सन्तान सम्बन्धी सुख प्राप्त होंगे ।
तुला राशि रा री रू रे रो ता ती तू ते
ता . 5 से ही शुक्र धनु राशिस्थ होने से अधिकांश समय व्यर्थ के कामों में व्यतीत होगा । शनि - ढैय्या होने से आर्थिक उलझनों के कारण मन चिन्तित रहेगा । दाम्पत्य का जीवन में कुछ मतभेद , धन का लेन - देन करते समय कुछ विवाद हो सकता है ।
वृश्चिक राशि तो ना नी नू नै नो या ती यू
यद्यपि मंगल की स्वगृही दृष्टि होने से धन लाभ भूमी ज़्यादातर सम्बंधी कार्यों सेलाभ होगा किन्तु तनाव व उत्तेजना बढ़ेगी वृथा भाग दौड़ भी होंगी गुरु की शुभदृष्टि होने से शुभ तीर्थ यात्रा तथा संबंधियों से मेल जोल बढ़ेगा
धनु राशि ये यो भा भी भू धा पा ढ भे
.गुरु मार्गी होने से किसी नवीन कार्य की योजना बनेगी । भाग्येश सूर्य ता . 15 विदेश तक द्वादश भाव में होने से बनते कार्यों में विघ्न , मानसिक तनाव व्यवसायिक एवं आर्थिक पर श परेशानियां रहेंगी । ता . 16 से सूर्य लग्नस्थ , चतुर्थस्थ गुरु पर शनि की दृष्टि रहने से स्वास्थ्य नर्म , दिमागी परेशानी एवं सन्तान सम्बन्धी चिन्ता बनी रहेगी ।
मकर राशि भो जा जी खी खू खे खो गा गी
शनि - साढ़ेसाती तथा द्वादशस्थ बुध - शुक्र योग रहने से धन लाभ एवं उन्नति के पर्याप्त अवसरों के बावजूद समुचित लाभ नहीं उठा पाएंगे । बिगड़े कार्यों में धीरे - धीरे सुधार होगा । परिवारिक वातावरण कुछ बेहतर होगा । परन्तु शत्रु सरगर्म होने से परेशानी होगी ।
कुंभ राशि गू गे गो सा सी सू से सो दा
आशाओं में किंचित सफलता प्राप्त होगी । शनि द्वादशस्थ , परन्तु सूर्य दशमस्थ / एकादशस्थ होने से बीच - बीच में धन लाभ व उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे । नवीन कार्य खर्च अधिक रहेगा । को कार्यरूप देने का प्रयास लाभकारी रहेगा । मासान्त में कोई बिगड़ा कार्य बनेगा ।
मीन राशि दि दु थ झ ञ दे दो चा ची
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परिस्थितियां में अनुकूल परिवर्तन होगा एवं संघर्ष - शक्ति प्रबल होगी । अकस्मात् किसी बिगड़े हुए कार्य के बन जाने से खुशी का माहौल रहेगा । मासान्त में अकस्मात् धन लाभ , यात्रा तथासन्तान / पति - पत्नी सम्बन्धी सुख प्राप्त होंगे ।